पहले चुम्बन का मतलब यह नहीं कि आपने पहली बार किसी को किस (चुम्बन) कब किया ? बल्कि यह कि आपने पहली बार अपने पहले प्यार को किस कब दिया ? पहले प्यार का यह ऐसा अनुभव है जिसे भुला पाना नामुमकिन है। आपको सब याद होगा कि यह कब और कहाँ हुआ और आप उस समय बैठे हुए थे या खड़े हुए। चाहे कितने भी साल क्यों न बीत जायें आप उस मधुर एहसास को कभी भुला नहीं पायेंगे। आखिर वो आपके पहले प्यार का पहला किस जो था, चाहे वो पहला प्यार बाद में परवान चढ़ा हो या नहीं।
जिस जगह पर आप पहली बार अपने पहले प्यार को मिले थे वह जगह कोई नहीं भुला सकता। बल्कि आप उन प्यारी यादों को ताजा करने के लिए उस जगह दोबारा जाना चाहेंगे। मुझे आज तक याद है जब मैने अपने पति को पहली बार देखा था और पहली बार मैं उनसे मिली थी (वह मेरे पहले प्यार हैं), यहाँ तक कि उन्होंने पहला शब्द मुझसे क्या कहा था, क्या कपड़े पहने हुए थे और उनकी वह सकुचाती हुई नज़रें और मुस्कान जो मेरी ओर इशारा कर रहीं थीं, मैं कुछ भी नहीं भूली। यह सब 10 वर्ष से भी ज्यादा पुरानी बातें हैं जब मैं पहली बार उनसे मिली पर मुझे उस समय की हर बारीकी याद है और आज तक याद कर-कर के उन पर प्यार लुटाती रहती हूँ।
मेरी आण्टी (जो 50 वर्ष से ज्यादा उम्र की हैं) ने मुझे एक बार बताया था कि वे अपने पहले प्यार की मुस्कुराहट नहीं भूल सकतीं, हालांकि अब वे उसे प्यार नहीं करतीं। मैंने कई बार अपनी चचेरी बहनों, सहेलियों और सहकर्मियों से भी पूछा कि क्या उन्हें अपने पहले प्यार की मुस्कुराहट याद है और लगभग सभी का जवाब यही था कि ”कितनी प्यारी मुस्कुराहट थी“। अपने पति की पहली मुस्कान पर मैं तब फिदा हो गई जब अपना इंटरव्यू देने के बाद मैं बाकी के प्रतिभागियों को शुभ कामना देने गई। सभी लोगों में से बस उनकी सकुचाती हुई मुस्कान ने ही मुझे आकर्षित कर लिया। (मुझे मेरे पति एक इंटरव्यू में मिले थे!) निश्चित ही मुस्कुराहट उन चीजों मे से है जो अपने पहले प्यार को याद करते हुए ध्यान में आती है। यही तो एक भाव है जो आपको किसी की ओर बरबस खींच लेता है।
क्या आपको अपने पहले प्यार के साथ आपका पहला सफर याद है ? निःसंदेह, क्यों नहीं? वह पहला सफर कितने नये अनुभव, खुशनुमा पलों और कभी न भुलाये जा सकने वाली यादों से भरा हुआ है। कभी जब आप अपने प्यार साथ अपने पहले सफर के बारे में सोचेंगे तो आपको शायद ऐसा लगेगा कि आपको कुछ याद नहीं पर आप जब याद करने बैठेंगी तो आपको छोटी-छोटी हर बात याद आने लगेगी कि आप पहली बार सफर के लिए कहाँ निकले, उस सफर में आपने क्या-क्या किया। पहले प्यार के साथ पहला सफर कितनी मीठी यादें संजोये रहता है अपने साथ। मैं और मेरे पति पहले दिन जब डेट पर मिले तो बस यूँ ही निकल पड़े लॉन्ग ड्राइव पर। वो हमारा पहला सफर था। जिसमें ज्यादा कुछ बात नही हुई पर एक साथ होने का खास एहसास था और कुछ नहीं।
कोई भी रिश्ता ”बिलकुल सही“ नहीं होता। यदि किसी रिश्ते में बहुत कुछ अच्छा है तो वहीं थोड़ा सा कुछ बुरा भी होता ही है। जब मुझे अपने पति से प्यार हुआ उस समय मैंने अपने चाचाजी को खो दिया था जो कि मेरे लिए मेरे पिता समान थे। यह मेरे जीवन का बहुत ही बुरा समय था। मेरे चाचाजी को बच्चों से बहुत प्यार था ख़ास कर मुझसे। मैं अपनी शादी पर उनका आशीर्वाद चाहती थी लेकिन ऐसा हो न सका। उस समय मैं बहुत ही ज्यादा उदास हो गई थी पर मेरे पति ने मेरे इस कठिन समय में मेरा पूरा साथ दिया जिसे मैं कभी नहीं भूल सकती। साथ ही साथ मुझे वे सब छोटी-छोटी खुशियों के पल भी याद हैं जो हमने साथ बिताये। हमें साथ रहते हुए दस सालों से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन अभी भी हम हंसी-खुशी के साथ रह रहे हैं।
यदि हम ईमानदारी से बात करें तो जब हम थोड़े समझदार हो जाते हैं और अपने 20वें या 30वें साल में किसी आदमी से मिलना शुरू करते हैं तो आशा करते हैं कि वह हमारे खाने, घूमने या कुछ खरीददारी का खर्च उठाये। इसमें कुछ गलत नहीं है क्योंकि आजकल लोग पैसे को ही ज्यादा महत्व देते हैं। लेकिन क्या आपको याद है जब आप पहली बार प्यार में पड़ते हैं थे तब आप दोनों के लिए पैसा मायने नहीं रखता था। उस समय आप शानदार रैस्टोरेंट में खाना खाने, माॅल में शाॅपिंग करने या रिज़ोर्ट के बारे में नहीं सोचते थे। आप दोनों एक साथ एक छोटे से पिकनिक में या किसी पार्क की एक लम्बी चहल कदमी में ही खुश हो जाते हैं और वह भी पैसे से मिलने वाली खुशियों के बारे में सोचे बगैर। यही तो है पहले प्यार का जादू। जो भुलाये नहीं भूलता। पहले प्यार के वक़्त जेब खाली हो तब भी मजे ही मजे होते हैं।
पहला प्यार एक हफ्ता, एक महीना, एक साल या फिर अगर आप सच में मेरी तरह खुशनसीब हैं तो सारी उम्र चल सकता है। पहला प्यार क्यूँ टूटा, क्या उसे कोई और मिल गया या आप को कोई और ज्यादा पसंद आ गया? क्या वह आपकी नादानी थी जो आपको बाद में समझ आई! पहले प्यार जुदा होने का कारण कुछ भी हो सकता है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि आप उसे कभी भूलने वाले नहीं हैं। भले ही आपको ज्यादा बारीकियाँ और तारीखें याद न हो पर आप यह नहीं भूल सकते कि वह कितना समय चला और क्यों टूट गया। पहले प्यार का टूटना भूल जाना बहुत मुश्किल है और जिसके साथ ऐसा हुआ हो उसके लिए यह असम्भव है कि वह इसे अपने दिलो-दिमाग से हटा सके।
आखिर इसके साथ प्यार में होने वाले सारे एहसास जो जुड़े हुए हैं जो भले ही दुबारा भी किसी और के साथ हो भी जाएँ पर पहले प्यार की इन पहली-पहली यादों की तो बात ही कुछ ओर है न!
हम भले ही कितनी कोशिश कर लें पर पहले प्यार को भुला पाना नामुमकिन है। बहुत सी ऐसी बातें हैं जो आप आने वाले समय में भी हमेशा याद रखेंगें। पहला प्यार बहुत ही विशेष होता है इसलिए इससे दूर भागने की कोशिश न करें। इससे कुछ अच्छा सबक लें और अपने उन बेशकीमती लम्हों को संजोएं जो आपने अपने पहले प्यार के साथ बिताये।
आपका क्या मानना है? क्या अपने पहले प्यार को भूल पाना मुश्किल है ? आप को अपने पहले प्यार की कौन सी बातें याद हैं ? ऐसे ही कुछ दिलचस्प सवालों के दिलचस्प जवाब के इंतज़ार में…………!