तब अंग्रेजों ने खाक नाम की डाय का अविष्कार किया। जिसे सन् 1847 में सर हैरी बरनेट लम्सडैन द्वारा ऑफिशियल रूप से भारतीय पुलिस का हिस्सा बना दिया गया।
जबकि कोलकाता की पुलिस अब भी सफेद रंग की वर्दी पहनती है! खाकी से अलग कोलकाता पुलिस सिर्फ सफेद रंग की वर्दी में नजर आती है। जबकि वेस्ट बंगाल के दूसरे हिस्सों में वर्दी का रंग खाकी ही है।
1720 में कोलकाता की पुलिस को जनता और क्राइम की देखरेख के लिए बनाया गया था। जो जमींदारों के अंतर्गत आती थी। काफी बाद इसमें बदलाव किए गए। तब कमिश्नर ऑफ पुलिस भी अपॉइंट किए गए। इसलिए इस पुलिस फोर्स को कोलकाता के इतिहास का हिस्सा माना जाता है। इसी कारण ना इस पुलिस फोर्स के नियम बदले गए हैं, और ना ही ड्रेस।