मलिक ने कहा कि फोर्स टेक्नोलॉजी फर्म डेनमक ने रेलवे पुल के निर्माण के लिए एक मॉडल अध्ययन किया है| जबकि यूएस-आधारित आईटीएएससीए कंपनी ढलान स्थिरीकरण में सहायता प्रदान करती है। आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर के जे राव परियोजना सलाहकार हैं और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस के डॉ टी जी सीता राम ने भी निर्माण कार्य में मदद की है। यूके स्थित सलाहकार डेविड मैकांजी द्वारा स्टील के काम की निगरानी की जा रही है| उन्होंने दावा किया कि सभी नींव के काम के अलावा ढलान कटाई, ट्रांजीशन कर्व्स और कर्व्स पूरा हो चुका है।
वरिष्ठ अनुभाग इंजीनियर अनुप खुशी ने कहा- रेलवे ने पुल के निर्माण और श्रमिकों और इंजीनियरों की सुरक्षा के लिए दो सीआरपीएफ बटालियन तैनात किए हैं । एक प्रवक्ता ने बताया कि एक रेलवे ट्रैक कटरा-सलाल लगभग पूरा हो चूका है जिस पर डीएमयू चलाने की योजना है। लाइन पर पहली ट्रेन उधमपुर-श्रीनगर के बीच 2020 में चलेगी।