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क्या सच में प्रतिभावान होते हैं खब्बू (लेफ्ट-हैंडेड) लोग?

Kya Khabbu (Left Handed) log jyada pratibhavan hote hain

आपने अक्सर देखा होगा, यदि कोई बच्चा अपने माता-पिता या बड़े-बुजुर्गों के सामने बाएं हाथ से खाना खा रहा हो तो उसे डांट पड़ती है। और तभी उसे उसके दाहिने हाथ का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है। उसे यह समझाया जाता है कि बाएं हाथ का प्रयोग करना गलत है। लेकिन हमारे पास ऐसे कई तथ्य हैं जो बताते हैं कि दाहिने हाथ की तुलना में हर कार्य में बाएं हाथ का प्रयोग करने वाले लोग ज्यादा प्रभावशाली होते हैं। उनमें एक अलग प्रकार की चमक पाई जाती है तथा वे अन्य लोगों से अधिक कुशल माने जाते हैं।

Kya Khabbu (Left Handed) log jyada pratibhavan hote hainइसमें कोई दो राय नहीं कि हम अपने बाएं हाथ के मुकाबले में अपने दाहिने हाथ के प्रयोग से ज्यादा तीव्रता से कार्य कर पाते हैं। लेकिन जो हमेशा ही बाएं हाथ को उपयोग में लाते हैं जरा कभी उनके हाथों की तेज़ी भी देखें। एक सर्वे के मुताबिक किसी क्षेत्र की 100 फीसदी जनसंख्या में से अधिकतम 10 प्रतिशत लोग बाएं हाथ का प्रयोग करने वाले होते हैं। वे खाते समय, कार्य करते समय और यहां तक कि लिखते समय भी अपने बाएं हाथ को इस्तेमाल में लाते हैं।

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सामान्य लोगों की जानकारी में यह नार्मल बात नहीं है, लेकिन बाएं हाथ का इस्तेमाल करने वालों के लिए यह एक अच्छा अनुभव कहलाता है। हर कार्य में बाएं हाथ का प्रयोग करने वालों में एक खास बात देखी गई है। ये लोग अपने बाएं हाथ को तो बखूबी इस्तेमाल कर ही लेते हैं, साथ ही इनमें उतनी या फिर उससे कुछ ही कम कुशलता से अपने दाहिने हाथ को प्रयोग करने की भी कला होती है। लेकिन इसके अलावा और भी कई ऐसी बातें है, जिसे जानकर आप स्वयं ही बाएं हाथ का प्रयोग करने वाले अपने दोस्तों या रिश्तेदारों की तारीफ करेंगे।

सबसे पहला प्वाइंट यह है कि बाएं हाथ का प्रयोग करने वाले लोग, जिन्हें सामान्य भाषा में लैफ्ट-हैंडेड पीपल भी कहा जाता है, उनका आईक्यू लेवल (IQ level) अधिक होता है। एक शोध के मुताबिक किसी आईक्यू टेस्ट में सफल होने वालों की लिस्ट में सबसे ज्यादा वही लोग थे जो लैफ्ट-हैंडेड (Left Handed) हैं।

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शोधकर्ताओं का मानना है कि लैफ्ट-हैंडेड लोग अन्य लोगों के मुकाबले में चीज़ों को एक अलग नजरिये से देखने की क्षमता रखते हैं। विषय चाहे कुछ भी हो, उसका एक अलग सार या दिशा देना इनकी आदत होती है, जिसे देख लोग भी दंग रह जाते हैं।

दूसरा फायदा लैफ्ट-हैंडेड लोगों को यह है कि उनके जीवन में पैसे की कमी नहीं रहती। वे पैसा कमाते भी ज्यादा हैं, खर्च भी काफी करते हैं लेकिन अंत में फिर भी उन्हें पैसे की कमी महसूस नहीं होती।

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एक सर्वे के मुताबिक लैफ्ट-हैंडेड पुरुष अन्य पुरुषों के मुकाबले में ज्यादा कमाते हैं। यह फर्क तकरीबन 13 प्रतिशत का हो सकता है। परन्तु इसका कारण अभी तक पता नहीं लगा है। लेकिन महिलाओं के मामले में यह संख्या गिरकर 5% पर आ जाती है।

किन्तु लैफ्ट-हैंडेड महिलाओं की एक खूबी जानने लायक है, जो पुरुषों में भी कम पाई जाती है। एक शोध के अनुसार लैफ्ट-हैंडेड महिलाएं एक ही साथ कई काम कर सकती हैं। इसका एक कारण उनके द्वारा संतुलन बनाने के लिए दोनों हाथों को प्रयोग में लाना भी हो सकता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि लैफ्ट-हैंडेड महिलाएं काम करते समय अपने दिमाग को इस प्रकार से नियंत्रित कर लेती हैं कि उनके दोनों हाथ एक साथ काम करने लगते हैं। उनका दिमाग काफी तेज़ी से दोनों हाथों को कमांड देने लगता है, परिणाम स्वरूप पलक झपकते ही सारे काम खत्म हो जाते हैं।

लैफ्ट-हैंडेड लोगों के बारे में एक रोचक तथ्य यह भी है आमतौर पर लैफ्ट-हैंडेड लोग जन्म के साथ ही इस आदत के साथ आते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार यदि किसी महिला ने एक साथ दो बच्चों को जन्म दिया है तो उसमें से एक बच्चे की लैफ्ट-हैंडेड होने की संभावना होती है।

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परन्तु इन सभी अच्छे प्वाइंट्स के सामने कुछ ऐसे तथ्य भी हैं जो बताते हैं कि एक व्यक्ति का लैफ्ट-हैंडेड होना उसके स्वास्थ्य के लिए ही बुरा है। सबसे सामान्य तथ्य यह है कि लैफ्ट-हैंडेड लोग बहुत जल्दी शर्मिंदा हो जाते हैं। यहां किसी ने कोई मजाक किया नहीं कि वे शर्म से सिर झुका लेते हैं।

इसका एक कारण यह है कि वे अपनी गलती जल्द ही समझ लेते हैं। इसे हम उनकी खासियत भी कह सकते हैं। इसके अलावा लैफ्ट-हैंडेड लोग गुस्से वाले होते हैं। उन्हें हमेशा गुस्सा तो नहीं आता लेकिन कुछ भी गलत देखने पर वे अपने गुस्से को नियंत्रित नहीं कर पाते हैं।

यह उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, किन्तु यह तो बहुत छोटी सी बात है। वैज्ञानिकों का मानना है कि लैफ्ट-हैंडेड लोग आसानी से विभिन्न मनोविकार का शिकार हो जाते हैं। इसके अलावा लैफ्ट-हैंड का ज्यादा प्रयोग करने से उनके हृदय पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।

हमारे बाएं हाथ की नसें हमारे दिल से जुड़ी होती हैं। यही कारण है कि जब दिल का दौरा पड़ता है तो हमें बाएं हाथ में काफी दर्द होता है। इसलिए बाएं हाथ का ज्यादा प्रयोग करने से हमारे दिल पर बुरा असर पड़ता है।

साइंस के अलावा विभिन्न हिन्दू मान्यताएं भी दाहिने के स्थान पर बाएं हाथ का प्रयोग करने पर पाबंदी लगाती हैं। शास्त्रों में हमेशा से ही दाहिने हाथ को अधिक तवज्जो दी गई है। दाहिने हाथ को शुभ तथा बाएं हाथ को अशुभ माना जाता है।

अक्सर आपने देखा होगा कि किसी प्रकार की पूजा या फिर हवन में मंत्रों का उच्चारण करते समय हवन कुंड में आहुति प्रदान की जाती है। इस सामग्री को अग्नि में अर्पित करने के लिए पुरोहित द्वारा हमेशा अपने दाहिने हाथ का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि हिन्दू शास्त्रों में किसी भी प्रकार के कर्म कांड करते समय बाएं हाथ का प्रयोग करना वर्जित माना गया है। यह हिन्दू मर्यादाओं का एक अहम हिस्सा है। यदि ज्यादा गहराई से ना जाना जाए तो आम समझ में यह कहा जाता है कि व्यक्ति का दाहिना हाथ सही कार्यों को करने के लिए बना है।

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केवल हाथ ही नहीं, शरीर का दाहिना भाग ही शुभ माना जाता है। यह एक कारण है कि विवाह के पश्चात गृह प्रवेश करते समय वधु से अंदर आने के लिए अपने दाहिने पांव को पहले अंदर लाने को कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि वधु का दाहिना पांव शुभ है जो घर में सुख-शांति लाता है।

इन तमाम तथ्यों का मौजूद होना हमें लैफ्ट-हैंडेड लोगों की कई खामियां दिखाता है, लेकिन फिर भी कुछ अच्छाइयां ऐसी हैं जो इन कमियों को पूरा करती हैं। लेफ्ट-हैंडेड लोग कला में प्रतिभा रखते हैं, वे उन तमाम खेलों को आसानी से खेल सकते हैं जो राइट-हैंडेड लोगों के लिए एक सपने की तरह हैं।

आप की जानकारी के लिए आपको बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा और भारत के महँ कलाकार सदी के मह नायक अमिताभ बच्चन दोनों ही बाएं हाथ से काम करते हैं यानि खब्बू (Left handed) हैं !

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