Parhit saris dharam nahin bhahi लोकोक्ति (मुहावरे) का हिन्दी में अर्थ , meaning in Hindi
लोकोक्ति (मुहावरा) – परहित सरिस धरम नहिं भाई
लोकोक्ति (मुहावरे) का हिन्दी में अर्थ – परोपकार से बढ़कर और कोई धर्म नहीं
परहित सरिस धरम नहिं भाई हिन्दी की एक प्रसिद्ध लोकोक्ति है जिसका प्रयोग अक्सर हिन्दी के लेख, निबंध आदि में किया जाता है।
परहित सरिस धरम नहिं भाई लोकोक्ति (मुहावरे) का वाक्य प्रयोग :-
लोकोक्ति का वाक्य प्रयोग – हमें सदैव दूसरों की मदद करनी चाहिए, क्योंकि परहित सरिस धरम नहिं भाई।
लोकोक्ति का वाक्य प्रयोग – प्रयोग – गरीबी मे भी उसने पडोसी की मदद की क्योंकि परहित सरिस धरम नहिं भाई।
लोकोक्ति का वाक्य प्रयोग –
हिन्दी की 1000 लोकोक्तियाँ – अर्थ, वाक्य प्रयोग
कई बार लोग लोकोक्तियों (कहावतों) और मुहावरों को एक ही समझने की भूल कर बैठते हैं। मुहावरे और लोकोक्ति में अंतर को जानने के लिए इस लिंक पर जाएँ और मुहावरे और लोकोक्तियों का अंतर अच्छी प्रकार से समझें।
मुहावरे और लोकोक्ति में अंतर
Lokokti (Muhavra) – Parhit saris dharam nahin bhahi
Lokokti (Muhavre)ka Hindi mein arth – paropakar se barhakar aur koi dharm nahin
Parhit saris dharam nahin bhahi Lokokti ka Vakya prayog
Meaning of Lokokti Kahavat Parhit saris dharam nahin bhahi in English
परहित सरिस धरम नहिं भाई कहावत का हिन्दी में अर्थ और वाक्य प्रयोग
यहाँ पर हमने इस लोकोक्ति (कहावत) के बारे में निम्न बातें समझाई हैं:-
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10 प्रसिद्ध लोकोक्तियों का हिन्दी में अर्थ और वाक्य प्रयोग
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