फिर उड़ने की तैयारी है 2015-09-072016-11-21RituV घर चौबारे की क्यारी में, हँसती है चारदीवारी में महके फूलों को साथ लिए शाखें हैं पहरेदारी में. Advertisement दूर पहाड़ों से उठती [...]
मुद्दे की बात – वन रैंक वन पेंशन का आंदोलन अब जबरदस्ती खींचा तो नहीं जा रहा ? 2015-09-062015-12-26RituV नरेंद्र मोदी की भाजपा सरकार ने वन रैंक वन पेंशन (OROP) की घोषणा कर दी है. जहां अधिकतर रिटायर्ड सैनिक सरकार के इस फैसले [...]
वीआरएस मुद्दा नहीं, ओआरओपी सभी के लिए – मोदी 2015-09-062015-09-06आमिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि ‘एक रैंक एक पेंशन’ के मुद्दे पर भ्रम फैलाया जा रहा है. Advertisement उन्होंने कहा कि [...]
हसरतों का कोई क्या करे 2015-09-062016-11-21simran kaur हसरतें हसरतों का कोई क्या करे ना पूछती हैं ना बताती हैं बस दरवाजे पर खडी हो कर चुपचाप मुस्कुराती हैं Advertisement अब [...]
स्त्री की सीमा रेखायें – कनक सिंह (कनु) 2015-09-062017-08-03RituV स्त्री की सीमा रेखायें नदी के तट पर जमी रेत मिट्टी की तरह कितना कुछ दे जाती हो उपजाऊ सा स्री और बढ़ [...]
उदास होने का समय 2015-09-062016-11-21RituV ज़्यादातर उदासी खर्च हो चुकी होती है चालीस की उम्र तक बची- खुची में भी पुरानापन आ जाता है जैसे पुरानी किताबों के [...]
मेरी दो ग़ज़लें 2015-09-062016-11-21simran kaur नदिया मुहब्बतों की उमड़ती है मेरी माँ नदिया मुहब्बतों की उमड़ती है मेरी माँ, लेकर मुझे जहान में आई है मेरी माँ। Advertisement [...]
श्री राम तुम वन में भले 2015-09-062017-02-23RituV श्री राम तुम वन में भले, घर तो खंडहर हो चुके मन भी मलिन हो गये अब वहाँ कैसे रहोगे हे राम तुम [...]