सितम सिखलाएगा रस्मे-वफ़ा ऐसे नहीं होता – फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ शायरी 2022-01-24Ritu Comment सितम सिखलाएगा रस्मे-वफ़ा ऐसे नहीं होता – फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ शायरी सितम सिखलाएगा रस्मे-वफ़ा ऐसे नहीं होता सनम दिखलाएँगे राहे-ख़ुदा ऐसे नहीं होता [...]
उमीदे-सहर की बात सुनो – फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ शायरी 2022-01-24Ritu Comment उमीदे-सहर की बात सुनो – फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ शायरी जिगर-दरीदा हूं, चाके-जिगर की बात सुनो अलम-रसीदा हूं, दामने-तर की बात सुनो ज़बां-बुरीदा हूं, [...]
पाँवों से लहू को धो डालो – फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ शायरी 2022-01-24Ritu Comment पाँवों से लहू को धो डालो – फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ शायरी हम क्या करते किस रह चलते हर राह में कांटे बिखरे थे [...]