आगरा में ताजमहल परिसर में आज हडकंप मच गया जब कुछ युवकों ने परिसर के अन्दर बैठ कर पूजा पाठ शुरू कर दिया. उनके अनुसार वो ताजमहल नहीं बल्कि तेजोमहल में शिव का पाठ कर रहे थे जिसे सुरक्षा कर्मियों ने रुकवा दिया.
घटना आज की है जब कुछ युवकों ने परिसर में पूजा पाठ शुरू कर दिया और जब CISF के सुरक्षा कर्मी उन्हें समझाने पहुंचे तब उनसे भी इनकी बहस शुरू हो गयी. युवक इस बात पर टिके थे कि उन्हें परिसर के अन्दर पूजा करना है जबकि सुरक्षा कर्मियों ने इसे नियम के विरूद्ध बताया.
युवकों के अनुसार ताजमहल के अन्दर हर शुक्रवार को नमाज़ होती है तो फिर पूजा क्यूँ नहीं की जा सकती. इसपर सुरक्षा कर्मियों ने समझाया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार ताजमहल में शुक्रवार को नमाज़ पढने की इजाजत दी गयी है. यदि आपके पास भी ऐसा कोई आदेश है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है.
इसके बाद भी जब युवक नहीं माने तब सुरक्षाबलों ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया. इस पूरे घटनाक्रम का विडियो सामने आया है जो नीचे आप देख सकते हैं.
क्या सच में ताजमहल एक शिवमंदिर है?
अफवाहों के इस दौर में एक अफवाह यह भी उडी कि ताजमहल असल में एक शिवमंदिर है जिसे तोड़ कर शाहजहाँ ने ताजमहल बनवाया था. हालाँकि भारतीय पुरातत्व विभाग ने इस बात को सिरे से नकार दिया था. उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी भारतीय जनता पार्टी की तत्कालीन सरकार से जब इसपर सफाई मांगी तो केंद्र सरकार ने यह साफ़ कर दिया कि ताजमहल के शिवमंदिर होने के कोई सबूत नहीं हैं.