उत्तरप्रदेश में दिवाली पर हुए बेतहाशा खर्च पर विपक्ष के निशाने पर आये उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या पर बयान देते हुए कहा है कि यह मेरे निजी आस्था का मामला है और इसपर कोई कैसे प्रश्न उठा सकता है.

उन्होंने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कोई किसी के निजी आस्था पर सवाल कैसे उठा सकता है.
इसपर आगे बोलते हुए कहा कि मैं उत्तरप्रदेश का मुख्यमंत्री हूँ और राज्य के हरेक कोने का विकास करना मेरा कर्तव्य है. एक मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद योगी ने बताया कि अयोध्या में उनका आगमन का उद्देश्य अयोध्या समेत प्रदेश के लिए शांति और सुरक्षा के लिए पूजा करना है.
आपको बता दें कि अयोध्या में इस बार बड़े स्तर पर दिवाली का आयोजन हुआ जिसमें हेलीकाप्टर से भगवान राम सीता और लक्ष्मण को उतारा गया वहीँ दुसरे हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की गयी. साथ ही 1.7 लाख दीयों को एक साथ रौशन कर के विश्व रिकॉर्ड भी स्थापित किया गया.

परन्तु इस पूरे कार्यक्रम में कर दाताओं का पैसा प्रयोग हुआ और सवाल उठ रहे हैं कि 134 करोड़ की दिवाली मानाने से पहले योगी अपने प्रदेश की हालत पर ध्यान देते तो ज्यादा अच्छा होता.

योगी इससे पहले भी अपने निर्वाचन क्षेत्र के BRD अस्पताल में बच्चों की बड़ी तादाद में हुई मृत्यु पर घिरे थे. गोरखपुर में बच्चों ने अगस्त माह में ऑक्सीजन की कमी से दम तोडा था और इसके बाद यह खबर राष्ट्रीय स्तर पर चली थी. फिलहाल बच्चों के मृत्यु दर में अबतक कोई कमी नहीं आयी है जिसपर योगी की आलोचना की जा रही है.
योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में भगवान् राम की विशालकाय मूर्ती के निर्माण की भी घोषणा की जिसकी लागत २०० करोड़ रूपए बताई जा रही है.
हालाँकि इन सब के बावजूद मुख्यमंत्री ने अयोध्या में पूरे हर्षोल्लास से दिवाली मनाई और उसके बाद गोरखपुर लौट आये. इस मौके पर उनके साथ गवर्नर राम नाइक भी मौजूद थे.