विषय - सूची
- HINDI PATRA LEKHAN for class 8 | Letter writing in Hindi class 8
- PATRA LEKHAN for class 8- बुखार आ जाने पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक को चिकित्सा अवकाश प्रदान करने के लिए प्रार्थना पत्र लिखिए
- PATRA LEKHAN for class 8- पुस्तकालय में हिंदी की पुस्तकें और पत्रिकाएं मंगवाने के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य को पत्र लिखिए
- PATRA LEKHAN for class 8- विद्यालय की विज्ञान प्रयोगशाला को अत्याधुनिक बनाने के लिए वैज्ञानिक उपकरणों आदि का प्रबंध करने के लिए प्रधानाचार्य को पत्र लिखिए
HINDI PATRA LEKHAN for class 8 | Letter writing in Hindi class 8
कक्षा 8 के विद्यार्थियों के लिए हिंदी पत्र लेखन के विभिन्न उदाहरण यहां पर दिए गए हैं। इन उदाहरणों के आधार पर अभ्यास करने के पश्चात विद्यार्थी हिंदी पत्र लेखन के प्रश्नों के उत्तर भली-भांति लिख सकेंगे पूर्ण अंक प्राप्त कर सकेंगे।
PATRA LEKHAN for class 8- बुखार आ जाने पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक को चिकित्सा अवकाश प्रदान करने के लिए प्रार्थना पत्र लिखिए
सेवा में
प्रधानाचार्य महोदय
मेट्रो पब्लिक स्कूल
गोविंदपुरी, दिल्ली
विषय – चिकित्सा अवकाश पर रहने के लिए प्रधानाचार्य को प्रार्थना पत्र
महोदय,
विनम्र निवेदन है कि मुझे कल से वायरल बुखार हो गया है। साथ ही खांसी और जुखाम भी है। शरीर में तेज दर्द भी हो रहा है। डॉक्टर से दवा तो मैंने ले ली है किंतु डॉक्टर ने इस वायरल बुखार के कारण 5 दिन तक घर पर ही आराम करने की सलाह दी है।
है कि मुझे दिनांक 12 जुलाई से 16 जुलाई, 2019 तक का अवकाश प्रदान करने की कृपा करें। डॉक्टर डॉक्टर द्वारा दिया गया चिकित्सा प्रमाण पत्र मैं विद्यालय आने पर प्रशासनिक कार्यालय में जमा करा दूंगा।
आपकी इस कृपा के लिए मैं सदैव आप का आभारी रहूंगा।
धन्यवाद।
आपकी आज्ञाकारी शिष्य
सुधीर मिश्रा
कक्षा – आठ “क”, अनुक्रमांक-34
दिनांक – 12 जुलाई, 2019
पत्र लेखन PATRA LEKHAN | LETTER WRITING IN HINDI for FULL MARKS
PATRA LEKHAN for class 8- पुस्तकालय में हिंदी की पुस्तकें और पत्रिकाएं मंगवाने के लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य को पत्र लिखिए
सेवा में
प्रधानाचार्य महोदय
मेट्रो पब्लिक स्कूल
गोविंदपुरी, दिल्ली
विषय – पुस्तकालय में हिंदी की पुस्तकें तथा पत्रिकाएं मंगवाने के संबंध में प्रधानाचार्य को प्रार्थना पत्र
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय में कक्षा आठ “ब” का छात्र हूं। हिंदी लेख एवं कविता आदि में मेरी रुचि को देखते हुए मुझे हाल ही में विद्यालय की हिंदी समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। महोदय, मैं चाहता हूं कि मेरी तरह अन्य छात्र-छात्राओं में भी रुचि बढ़े। इसके लिए आवश्यक है कि विद्यालय के पुस्तकालय में हिंदी की नवीनतम पुस्तकें एवं पत्रिकाएं मंगवाने का तत्काल प्रबंध किया जाए। वर्तमान में पुस्तकालय में जो पुस्तकें हैं वे कई वर्ष पुरानी है । विशेषकर विज्ञान एवं तकनीकी संबंधी विषयों पर पुस्तक एवं पत्रिकाओं का नितांत अभाव है। आप स्वयं ही सोच सकते हैं कि आज के दौर में यदि कंप्यूटर इंटरनेट आदि विषयों पर पुस्तकें उपलब्ध नहीं होंगी तो कौन छात्र पुस्तकालय में जाकर पुस्तकें पढ़ना चाहेगा ?
अतः आपसे निवेदन है कि पुस्तकालय प्रभारी को तत्काल ही नवीनतम पुस्तकें एवं पत्रिकाएं मंगवाने के लिए निर्देश दे। इन पुस्तकों के अध्ययन से छात्रों के ज्ञान का स्तर ऊंचा उठेगा। साथ ही छात्र- छात्राओं की हिंदी के विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने में रुचि बढ़ेगी। आशा है आप मेरे निवेदन पर रुचि को ध्यान देकर शीघ्र ही आवश्यक निर्देश देने की कृपा करेंगे।
आपकी इस कृपा के लिए मैं सदैव आप का आभारी रहूंगा।
धन्यवाद।
आपकी आज्ञाकारी शिष्य
अतुल अग्रवाल
कक्षा – आठ “ब”, अनुक्रमांक-4
दिनांक – 12 सितंबर, 2019
PATRA LEKHAN for class 8- विद्यालय की विज्ञान प्रयोगशाला को अत्याधुनिक बनाने के लिए वैज्ञानिक उपकरणों आदि का प्रबंध करने के लिए प्रधानाचार्य को पत्र लिखिए
सेवा में
प्रधानाचार्य महोदय
मेट्रो पब्लिक स्कूल
गोविंदपुरी, दिल्ली
विषय – विज्ञान प्रयोगशाला को अत्याधुनिक बनाने के संबंध में
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय में कक्षा आठ “ब” का छात्र हूं। जानकारी में लाना चाहता हूं कि विगत कई वर्षों से हमारे विद्यालय के छात्र छात्राओं ने एवं अनेकों सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में स्थानीय और राज्य स्तर पर अनेकों पुरस्कार प्राप्त किए हैं। विद्यालय के अध्यापकों की इस संबंध में रुचि, उनके द्वारा छात्रों को प्रोत्साहन और विद्यालय के पुस्तकालय में साहित्य आदि से संबंधित पुस्तकों का विशाल भंडार इस उपलब्धि का आधार स्रोत है।
ये उपलब्धियां जहां विद्यालय के लिए गर्व का विषय है, वहीं यह भी एक सोचनीय प्रश्न है की विज्ञान से संबंधित प्रतियोगिताओं एवं विज्ञान प्रदर्शनी में विद्यालय का प्रदर्शन कुछ खास उल्लेखनीय नहीं रहा है। इसका मुख्य कारण विद्यालय की विज्ञान प्रयोगशाला का आधुनिक ना होना है। । विज्ञान प्रयोगशाला में अनेकों आवश्यक उपकरणों एवं रसायनों का नितांत अभाव है। स्वाभाविक रूप से ऐसी स्थिति में विद्यालय के छात्र और छात्राएं विज्ञान प्रतियोगिताओं में. कोई उपलब्धि प्राप्त नहीं कर सकते। साथ ही उनकी शैक्षणिक योगिता भी. आधुनिक स्तर की विज्ञान प्रयोगशाला के ना होने के कारण उच्च स्तर की नहीं हो पा रही है। इसका दुष्प्रभाव पिछले कुछ वर्षों में विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा विज्ञान विषय के अंको में भी दिखाई देता है।
श्रीमान, आपसे निवेदन है कि इस संबंध में ध्यान देकर विज्ञान प्रयोगशाला प्रभारी को तुरंत आदेश दें कि वह आधुनिक उपकरणों एवं रसायनों को उपलब्ध कराने की तत्काल व्यवस्था करें।
आपकी इस कृपा के लिए मैं सदैव आप का आभारी रहूंगा।
धन्यवाद।
आपकी आज्ञाकारी शिष्य
इंद्रनिल भट्टाचार्य
कक्षा – आठ “ब”, अनुक्रमांक-14
दिनांक – 12 सितंबर, 2019